Tirupati laddu: तिरुपति के प्रसादम लड्डू में फिश ऑयल और चर्बी मिलाने पर भड़के पवन कल्याण

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Tirupati laddu: तिरुपति के प्रसादम लड्डू में फिश ऑयल और चर्बी मिलाने पर भड़के पवन कल्याणआंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद में मिलावट मामले पर देशभर में चर्चा हो रही है। इस मामले पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू की टिप्पणी सामने आई। चंद्रबाबू ने सनसनीखेज आरोप लगाया था कि पिछली सरकार के कार्यकाल में लड्डू प्रसादम बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में जानवरों की चर्बी मिलाई जाती थी। इन टिप्पणियों को लेकर सत्तारूढ़ टीडीपी और विपक्षी वाईएसआरसीपी के बीच जुबानी जंग भी चल रही है।

इसी साल जून में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव हारी और नायूड ने एनडीए की सरकार बनाई. 9 जुलाई को मंदिर बोर्ड ने घी के सैंपल गुजरात स्थित पशुधन लैब (NDDB CALF Ltd.) भेजे और 16 जुलाई को लैब रिपोर्ट आई. इसमें एक फर्म के घी में मिलावट पाई गई. राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की फूड लैब काल्फ (CALF) ने बताया कि जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल से तैयार घी में प्रसादम के लड्डुओं बनाए जा रहे हैं.

CALF (पशुधन और फूड में एनालिसिस और लर्निंग सेंटर) गुजरात के आनंद में स्थित NDDB (राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड) में विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला है. जांच में पता चला है कि इन लड्डुओं में जिस घी का इस्तेमाल हो रहा था, वो मिलावटी था. इसमें फिश ऑयल, एनिमल टैलो और लार्ड की मात्रा पाई गई है.एनिमल टैलो का मतलब पशु में मौजूद फैट से होता है. इसमें लार्ड भी मिला हुआ था. लार्ड का मतलब जानवरों की चर्बी से होता है. इसी घी में फिश ऑयल की मात्रा भी पाई गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रसादम लड्डू में सोयाबीन, सूरजमुखी, जैतून, रेपसीड, अलसी, गेहूं के बीज, मक्का के बीज, कपास के बीज, मछली का तेल,नारियल और पाम कर्नेल वसा, पाम तेल और बीफ टेलो (गौमांस की चर्बी), लार्ड शामिल है

डिप्टी सीएम Pawan Kalyan ने कहा कि तिरुमाला लड्डू प्रसाद मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पवन ने एक्स (ट्विटर) पर शिकायत करने वाले एक संगठन की ओर से पोस्ट किए गए ट्वीट का जवाब दिया। लड्डू विवाद पर उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल दौरान तिरुपति बालाजी प्रसाद में पशु मेद (मछली का तेल, सूअर की चर्बी और बीफ़ वसा) मिलाए जाने की बात के संज्ञान में आने से हम सभी अत्यंत विक्षुब्ध हैं। तत्कालीन वाईसीपी (YCP) सरकार की ओर से गठित तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम्स (TTD) बोर्ड को कई सवालों के जवाब देने होंगे! इस सन्दर्भ में हमारी सरकार हरसंभव सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।