छत्तीसगढ़ में द्वितीय तेलुगु महासम्मेलन, पूर्व मुख्य न्यायाधीश N. V. Ramana मुख्य अतिथि, आंध्र प्रदेश के विधायक और फिल्म कलाकार शामिल

छत्तीसगढ़ में द्वितीय तेलुगु महा सम्मेलन का भव्य आयोजन, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एन. व्ही. रमणा रहे मुख्य अतिथि
रायपुर, छत्तीसगढ़ – राज्य में तेलुगु समुदाय के इतिहास, संस्कृति और भाषा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से द्वितीय छत्तीसगढ़ स्तरीय तेलुगु महा सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में तेलुगु भाषी लोग शामिल हुए।


इस महासम्मेलन में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री एन. व्ही. रमणा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उनके साथ आंध्र प्रदेश के विधायक गोंड शंकर (विधायक श्रीकाकुलम )और तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध कलाकार साई कुमार ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। सम्मेलन का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में रहने वाले तेलुगु समुदाय को एकजुट करना, उनकी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखना और समाज में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना था।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और विचार-विमर्श
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक तेलुगु संगीत और नृत्य प्रस्तुतियों से हुई, जिसमें स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ आंध्र प्रदेश से आए विशेष कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर तेलुगु भाषा, साहित्य और संस्कृति पर कई चर्चाएं हुईं, जहां विद्वानों और समाजसेवियों ने अपने विचार रखे।

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री एन. व्ही. रमणा ने अपने संबोधन में कहा, “तेलुगु भाषा और संस्कृति की समृद्ध विरासत को आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना हम सभी का दायित्व है। छत्तीसगढ़ में बसे तेलुगु समाज ने अपने परिश्रम और कर्तव्यनिष्ठा से राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।”

तेलुगु समाज का योगदान
छत्तीसगढ़ में तेलुगु भाषी समुदाय बड़ी संख्या में निवास करता है और विभिन्न क्षेत्रों जैसे व्यापार, उद्योग, शिक्षा, प्रशासन और सामाजिक सेवा में सक्रिय योगदान देता है। सम्मेलन में छत्तीसगढ़ सरकार से तेलुगु भाषा को अधिक बढ़ावा देने और तेलुगु समुदाय की आवश्यकताओं पर ध्यान देने की अपील भी की गई।

तेलुगु फिल्मी कलाकारों की मौजूदगी
इस महासम्मेलन में आंध्र प्रदेश से कई विधायकों के साथ-साथ तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के प्रसिद्ध कलाकार भी शामिल हुए। उनके आगमन से कार्यक्रम की भव्यता और भी बढ़ गई। कलाकारों ने दर्शकों के साथ संवाद किया और तेलुगु भाषा व संस्कृति के संरक्षण के प्रति अपने विचार साझा किए।

सम्मेलन का समापन
कार्यक्रम के अंत में विभिन्न जिलों से आए तेलुगु समाज के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। सम्मेलन का समापन तेलुगु भाषा को बढ़ावा देने और समाज के उत्थान के लिए एकजुट होकर कार्य करने के संकल्प के साथ हुआ।

छत्तीसगढ़ द्वितीय तेलुगु महा सम्मेलन ने राज्य में तेलुगु समाज को एकजुट करने और उनकी भाषा व संस्कृति को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रखा। यह आयोजन भविष्य में भी इस समुदाय को प्रेरित करता रहेगा।