Independence Day 2024: स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों को ऐसे करवाएं स्पीच की तैयारी
Independence Day 2024 Speech: 15 अगस्त 1947.. हर भारतीय के लिए यह तारीख बहुत खास है. यह इतिहास के सबसे सुनहरे पन्नों में दर्ज है. इसी दिन संघर्ष की लंबी दास्तां से जूझते हुए भारत ने स्वतंत्रता हासिल कर आजादी का झंडा फहराया था. इस साल देश में आजादी का 78वां पर्व मनाया जाएगा. 15 अगस्त 2024 (गुरुवार) को स्कूल-कॉलेज से लेकर ऑफिस और सोसाइटी तक में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा.
स्वतंत्रता दिवस को खास बनाने के लिए हर जगह कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं (Independence Day). बच्चे डांस, गीतों और स्पीच यानी भाषण के जरिए अपनी देशभक्ति को नया आयाम देते हैं. हालांकि हर बच्चा एक सा नहीं होता है. सभी स्टेज पर कॉन्फिडेंट नहीं होते हैं. अगर आप भी इस साल स्वतंत्रता दिवस भाषण की तैयारी कर रहे हैं लेकिन स्टेज फोबिया से ग्रस्त हैं तो अब परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है. इन टिप्स के जरिए आप स्वतंत्रता दिवस स्पीच की तैयारी कर सकते हैं.
स्टेज पर घबराहट क्यों होती है?
कुछ बच्चों को स्टेज फोबिया होता है. पेरेंट्स और टीचर्स को उसकी वजह समझने की कोशिश करनी चाहिए. आमतौर पर इसके 3 प्रमुख कारण होते हैं-
1) बहुत ज्यादा उम्मीदें होना. कई बार उम्मीदों के दबाव में बच्चा अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं कर पाता है.
2) लोग क्या सोचेंगे. मैं स्टेज पर भाषण दे रहा हूं, इस दौरान लोग क्या सोचेंगे. यह डर भी बच्चे का प्रदर्शन खराब करता है.
3) आत्मविश्वास की कमी. कुछ बच्चों को अपनी क्षमता का सही अंदाजा नहीं होता है. कॉन्फिडेंस में कमी की वजह से भी उन्हें स्टेज फोबिया हो जाता है.
सॉल्यूशन?
स्टेज से घबराहट होने की वजह जानकर उसके सॉल्यूशन पर काम कर सकते हैं. बच्चे को समझाएं कि उसे लोगों की उम्मीदों के लिए नहीं, बल्कि खुद के लिए आगे बढ़ना है. उसको बताएं कि प्रदर्शन में सुधार होने में समय लगता है. इसलिए लोगों का रिएक्शन देखकर घबराने की जरूरत नहीं है. उसे उसकी क्षमता के बारे में भी जरूर बताएं. उसे समझाएं कि जैसे वह घर में अपनी बात रखता है, उसी आत्मविश्वास से उसे स्टेज पर भी लोगों के सामने अपनी बात रखनी है. उसके हर प्रयास पर उसकी प्रशंसा करना न भूलें.
स्पीकिंग स्किल्स बेहतर बनाएंगी ये टिप्स
आप टीचर हों या अभिभावक, बच्चे की शुरुआती गलतियों को इग्नोर करने की आदत डालें. कुछ पब्लिक परफॉर्मेंस के बाद उसे समझाएं कि स्टेज पर पहुंचने पर कुछ समय ठहरकर शांत मन से सभी की प्रतिक्रिया को देखे. मन शांत करने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज के बारे में बताएं. वह चाहे तो अपने साथ टिश्यू में लैवेंडर/चंदन की खुशबू वाला सेंट लगाकर ले जाए. इससे मन को शांत रखने में मदद मिलेगी. उसे डमी ऑडियंस के सामने प्रैक्टिस भी करवा सकते हैं. फिर भी दिक्कत लगे तो एक्सपर्ट की मदद लें.
स्वतंत्रता दिवस का भाषण | Independence Day Speech
नमस्कार साथियों, अतिथिगण और मेरे प्यारे अध्यापकों !
आज हम सभी यहां स्वतंत्रता दिवस के उपलक्षय पर एकत्रित हुए हैं. यह वो दिन है जब हमारे वीर सैनानियों ने भारत की स्वतंत्रता, संप्रुभता और अखंडता के लिए ब्रिटिश राज से लड़ाई लड़ी थी और भारत को स्वतंत्रता दिलाई थी. इस साल भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर सुनिए स्वतंत्रता दिवस की वीर गाथा.
अंग्रेजी हुकुमत ने 200 सालों तक हमारे देश भारत पर राज किया था. अंग्रेजों के जुल्म और अत्याचार से लोग जूझने लगे थे. ऐसे में स्वतंत्रता सेनानी इस जुल्म से लड़ने के लिए आगे आए, लोगों ने लंबा संघर्ष किया अपनी जवानी स्वतंत्रता संग्राम पर लुटा दी. महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, मंगल पांडे, चंद्रशेखर आज़ाद, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहर लाल नेहरू, लाला लाजपत राय, रानी लक्ष्मीबाई और बाल गंगाधर तिलक कुछ ऐसे नाम हैं जिनके बिना स्वतंत्रता की कहानी अधूरी है. इन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई थी, लोगों को स्वतंत्रता की लड़ाई का हिस्सा बनने के लिए मनाया और आगे बढ़ते रहे.
स्वतंत्रता दिवस वो दिन है जब भारत के बच्चे-बच्चे के लहू में आज़ादी का नारा दौड़ता है. देशभक्तों ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना तन, मन और धन सब न्यौंछावर कर दिया और आज हम यह वचन लेते हैं कि अपने देश को ना कभी झुकने देंगे, ना कभी आगे बढ़ने से रुकने देंगे. जय हिंद!