Hindenburg Research Again: अडानी के बाद अब कौन? हिंडनबर्ग की चेतावनी

Hindenburg

Hindenburg: अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने एक बड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि, ”भारत में कुछ बड़ा होने वाला है।” शनिवार (10 अगस्त) की सुबह सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर भारतीय कंपनी से जुड़े एक और बड़े खुलासे का संकेत दिया है। ये वही हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी है, जिसने पिछले साल अडानी ग्रुप को लेकर रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसके बाद गौतम अडानी की कंपनी के शेयर गिर गए थे।अपनी पोस्‍ट में Hindenburg Research ने लिखा है कि, ”भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है।” हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया है कि ये किस संदर्भ में है। लेकिन इस पोस्ट को लेकर दावा किया जा रहा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च किसी भारतीय कंपनी के बारे में एक बार फिर से बड़ा खुलासा करने वाली है।

Hindenburg Research याद है? अमेरिका की इस शॉर्ट सेलिंग कंपनी ने पिछले साल गौतम अडानी पर ऐसा बम फोड़ा था कि अडानी ग्रुप आज तक उससे उबर नहीं पाया है। हिंडनबर्ग रिसर्च भारत में एक और बड़ा धमाका करने की तैयारी में है। कंपनी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत में जल्दी ही कुछ बड़ा होने वाला है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले साल 24 जनवरी को अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज की शेयर बिक्री से ठीक पहले एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें अडानी ग्रुप पर शेयरों की कीमत में हेरफेर समेत कई तरह के आरोप लगाए गए थे। अडानी ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया था लेकिन इस रिपोर्ट के कारण ग्रुप के मार्केट कैप में $150 अरब तक गिर गया था। इससे गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई थी और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में काफी नीचे खिसक गए थे। हालांकि हाल के महीनों में अडानी ग्रुप के शेयरों ने काफी हद तक अपने नुकसान की भरपाई कर ली है।

Hindenburg Research ने अब तक कई कंपनियों में घालमेल का पर्दाफाश करने का दावा किया है। इस कंपनी की स्थापना 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी। दरअसल यह एक फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स को एनालाइज करती है। इस कंपनी का नाम छह मई, 1937 में हुए हाई प्रोफाइल हिंडनबर्ग एयरशिप हादसे के नाम पर रखा गया है। यह दुर्घटना अमेरिका में न्यू जर्सी के मैनचेस्टर टाउनशिप में हुई थी। हिंडनबर्ग रिसर्च किसी भी कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाती है और फिर उसके बारे में रिपोर्ट पब्लिश करती है। कंपनी का दावा है कि उसकी नजर मैन-मेड डिजास्टर्स पर रहती है। इनमें अकाउंटिंग में गड़बड़ी, मिसमैनेजमेंट और छिपाकर किए गए लेनदेन शामिल हैं। कंपनी फिर प्रॉफिट कमाने के लिए टारगेट कंपनी के खिलाफ बेट लगाती है।

कई कंपनियों का भंडाफोड़
एंडरसन ने यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकट से इंटरनेशनल बिजनस में डिग्री लेने के बाद एक डेटा कंपनी FactSet Research Systems Inc में काम किया। वहां उनका काम इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनियों से जुड़ा हुआ था। साल 2020 में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ‘मुझे महसूस हुआ कि कामचलाऊ एनालिसिस हो रहा है।’ एंडरसन इजरायल में एंबुलेंस ड्राइवर का काम भी कर चुके हैं। उनका कहना है कि उन्हें भारी दबाव में काम करने में मजा आता है। वह हैरी मार्कपोलोस को अपना रोल मॉडल मानते हैं। मार्कपोलोस एक एनालिस्ट हैं जिन्होंने बर्नी मेडॉफ की फ्रॉड स्कीम का पर्दाफाश किया था। हिंडनबर्ग का दावा है कि 2017 से अब तक कम से कम 36 कंपनियों में गड़बड़ी का भंडाफोड़ कर चुकी है।

अडानी समूह पर हिंडनबर्ग रिसर्च ने क्या किया था खुलासा?

Hindenburg Research ने गौतम अडानी के अडानी समूह को लेकर जनवरी 2023 में एक रिपोर्ट जारी किया था। इस रिपोर्ट के आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयर अचानक से नीचे गिर गए थे। हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इस रिपोर्ट के आने के बाद गौतम अडानी दुनिया के नंबर 2 अरबपति से सीधे 36वें नंबर पर आ गए थे। इतना ही नहीं, गौतम अडानी की संपत्ति में भी बहुत गिरावट दर्ज की गई थी।पिछले साल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी एंटरप्राइजेज की योजनाबद्ध शेयर बिक्री से ठीक पहले अडानी समूह की तीखी आलोचना करते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इस रिपोर्ट के कारण अडानी समूह के शेयरों के बाजार मूल्य में 86 बिलियन डॉलर की गिरावट आई थी।