Bangladesh: मोहम्मद यूनुस मंदिर गए, दिया शांति का पैगाम

Bangladesh

Bangladesh में हिंदू समुदाय के लोगों को निशाने बनाने की घटनाएं लगातार जारी हैं. ये हमले देश में अंतरिम सरकार के बनने के बाद से और बढ़े ही हैं. हालांकि उम्मीद ये जताई जा रही थी कि जब मोहम्मद यूनुस की अगुवाई में देश में नई अंतरिम सरकार बनेगी तो इस तरह के हमलों और अन्य प्रदर्शनों में कमी आएगी. लेकिन फिलहाल ऐसा होता कुछ दिख नहीं रहा है. मोहम्मद यूनुस के बतौर अंतरिम सरकार के मुखिया के तौर पर शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट कर उन्हें बधाई दी थी और साथ ही वहां मौजूद हिंदुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की बात कही थी. पीएम मोदी की इस अपील को बांग्लादेश सरकार ने गंभीरता से लिया है. यही है कि बांग्लादेश सरकार के सर्वेसर्वा मोहम्मद यूनुस ने मंगलवार को हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर ना सिर्फ चिंता व्यक्त की बल्कि मौजूदा सरकार उनके साथ है, इसे बताने के लिए मंदिर में जाकर कुछ हिंदुओं के साथ बैठकर कर उनसे उनका हाल भी जाना.

Mohammad Yunus का हिंदू मंदिर का दौरा करना और हिंदुओं को सुरक्षा भरोसा दिलाने को भारत से जोड़कर भी देखा जा रहा है. कहा जा रहा है कि बांग्लादेश की मौजूदा सरकार भारत से रिश्ते को और मजबूत करने की कड़ी में ये सब कर रही है. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही पीएम मोदी ने भी बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं पर होने वाले हमलों को लेकर चिंता जताई थी.

राजनीति के जानकार मानते हैं कि Mohammad Yunus का मंदिरों का दौरा करना और हिंदू समेत अन्य अल्पसंख्यकों में सुरक्षा का भाव दिलाने की कोशिश करना उनकी एक बड़ी रणनीति का हिस्सा हो सकता है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि मौजूदा स्थिति में बांग्लादेश की राजनीति और सत्ता में शेख हसीना की पहले की तरह ही वापसी फिलहाल तो मुश्किल ही नजर आ रही है. ऐसे में अगर देश के अंदर इसी तरह से हिंसा का दौर जारी रहा तो देश की सरकार को हालात को नियंत्रित करने और चीजों को पहले की तरह ही पटरी पर लौटाने में काफी दिक्कत होगी. और अगर ऐसा हुआ तो नई सरकार का ज्यादातर समय हालात को काबू करने और हिंसा को रोकने में ही जाएगा.ऐसे में नई सरकार और खास तौर पर नोबेल पुरस्कार विजेता और मौजूदा सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस जिस उद्देश्य के साथ सत्ता पर काबिज हुए हैं उसे पूरे करने में काफी लग सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *