Ayurvedic Health Tips: बीपी कंट्रोल करेंगी ये आयुर्वेदिक उपचार, जानिए किन-किन चीजों को खाएं
Ayurvedic Health Tips: आज की दौड़भाग भरी ज़िंदगी में बीपी यानी रक्तचाप की समस्या हर दूसरे इंसान के जीवन का हिस्सा बन गई है। कभी ज़्यादा काम का दबाव, कभी परिवार की जिम्मेदारियां, तो कभी ‘सपनों की घर EMI में अटक जाने’ का टेंशन—ये सभी हमारी सेहत पर गहरा असर डालते हैं। आपका बीपी नार्मल रहे इसलिए जरूरी है खानपान पर ध्यान दें। अगर किसी का बीपी अचानक बढ़ जाए तो आप इन आयुर्वेदिक और घरेलू नुस्खें से इसका इलाज कर सकते हैं।
आइए जानते हैं बीपी को नियंत्रण में रखने के कुछ आसान और कारगर आयुर्वेदिक उपाय।
बीपी होता क्या है?
पहले समझ लें कि बीपी यानी ब्लड प्रेशर क्या होता है। यह हमारे शरीर में रक्त के प्रवाह का माप है।
- हाई बीपी (हाइपरटेंशन) तब होता है जब रक्तचाप सामान्य से अधिक हो।
- लो बीपी (हाइपोटेंशन) तब होता है जब रक्तचाप सामान्य से कम हो।
दोनों ही स्थितियां खतरनाक हो सकती हैं। मतलब, या तो आप जरूरत से ज्यादा गुस्सा करेंगे, या सोफे पर पड़े-पड़े अलार्म के लिए भी हाथ नहीं बढ़ाएंगे! ब्लड प्रेशर की समस्या आजकल आम हो गई है। हर कोई परेशान रहता है कि कैसे इसे कम किया जाए। दवाइयां तो लेनी पड़ती हैं, लेकिन क्या कोई प्राकृतिक उपाय है? जी हां, आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय हैं जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेद में ब्लड प्रेशर को रक्तचाप कहते हैं। यह शरीर में रक्त के प्रवाह के दबाव को दर्शाता है। जब यह दबाव बढ़ जाता है, तो कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे दिल का दौरा, स्ट्रोक, और किडनी की बीमारियां।
आयुर्वेद में ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए कई जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें से कुछ प्रमुख हैं:
- तुलसी: तुलसी को आयुर्वेद में पवित्र औषधि माना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण होते हैं जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं। आप तुलसी की पत्तियों को चबा सकते हैं या तुलसी का काढ़ा पी सकते हैं।
- अश्वगंधा: अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो तनाव को कम करती है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है। आप अश्वगंधा के पाउडर को दूध में मिलाकर पी सकते हैं।
- गोखरू: गोखरू एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो किडनी को स्वस्थ रखती है और ब्लड प्रेशर को कम करती है। आप गोखरू के पाउडर को पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
- अर्जुन की छाल: अर्जुन की छाल दिल को स्वस्थ रखती है और ब्लड प्रेशर को कम करती है। आप अर्जुन की छाल का काढ़ा पी सकते हैं।
आहार और जीवनशैली
आयुर्वेद में कहा गया है कि आहार और जीवनशैली भी ब्लड प्रेशर को प्रभावित करते हैं। इसलिए, इन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए:
- नमक कम खाएं: नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसलिए, नमक का सेवन कम करें।
- दूध पीएं: दूध पीने से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
- योग करें: योग करने से तनाव कम होता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
- व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करने से ब्लड प्रेशर कम होता है।
- तनाव कम करें: तनाव से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसलिए, तनाव कम करने के उपाय करें, जैसे योग, ध्यान, और संगीत सुनना।
2. लो बीपी के लिए आयुर्वेदिक उपाय
.1 तुलसी और शहद का मिश्रण:
- रोज सुबह तुलसी की 5 पत्तियां चबाएं या शहद के साथ इसका सेवन करें।
- यह लो बीपी में ऊर्जा और संतुलन लाने का काम करता है।
.2 किशमिश का पानी:
- रातभर 10-15 किशमिश को पानी में भिगोकर रखें। सुबह इसे खा लें।
- यह शरीर में खून की मात्रा बढ़ाने और रक्तचाप को सामान्य बनाने में मदद करता है।
.3 नारियल पानी:
- लो बीपी के मरीजों के लिए नारियल पानी अमृत के समान है।
- लेकिन इसे पीते वक्त ध्यान रखें कि आपके पीछे कोई नारियल तोड़ने की कोशिश न कर रहा हो!
हास्य चिकित्सा
आयुर्वेद में हंसी को भी एक औषधि माना जाता है। हंसने से तनाव कम होता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। इसलिए, दिन में कुछ समय हंसने के लिए जरूर निकालें। आप कॉमेडी शो देख सकते हैं, हास्य पुस्तकें पढ़ सकते हैं, या दोस्तों के साथ मजाक कर सकते हैं।
कुछ मज़ेदार बातें बीपी के बारे में
- हाई बीपी वाले लोग अक्सर छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करते हैं। मतलब, अगर टीवी का रिमोट गायब हो जाए, तो पूरे घर में ‘इमरजेंसी’ लग जाती है!
- लो बीपी वाले लोग हमेशा नींद और सुस्ती में रहते हैं। ऐसे लोग स्लीपिंग कॉम्पिटिशन में गोल्ड मेडल जीत सकते हैं!
ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है, लेकिन आयुर्वेद में इसके कई उपचार हैं। इन उपचारों को अपनाकर आप ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। लेकिन याद रखें, ये उपचार तुरंत असर नहीं दिखाते हैं। इसलिए, धैर्य रखें और नियमित रूप से इन उपचारों का पालन करें।
नोट: (ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)